IndiaPrime Minister's Office

Text of PM’s interaction with Chief Ministers of several states on Covid-19 situation

नमस्कार जी !

कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई में कई महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर आप सभी ने अपनी बात रखी। अभी दो दिन पूर्व मुझे नॉर्थ ईस्ट के भी सभी आदरणीय मुख्यमंत्री जन से इसी विषय में चर्चा करने का अवसर मिला था। क्योंकि जहां जहां चिंताजनक स्थिति है। उन राज्यों के साथ में विशेष रूप से बात कर रहा हूं।

साथियों,

बीते डेढ़ साल में देश ने इतनी बड़ी महामारी से मुक़ाबला आपसी सहयोग और एकजुट प्रयासों से ही किया है। सभी राज्य सरकारों ने जिस तरह एक दूसरे से सीखने का प्रयास किया है, Best Practices को समझने का प्रयास किया है। एक दूसरे को सहयोग करने की कोशिश की है और हम अनुभव से कह सकते हैं। कि ऐसे ही प्रयत्नों से हम आगे इस लड़ाई में विजयी हो सकते हैं।

साथियों,

आप सभी इस बात से परिचित हैं कि हम इस समय एक ऐसे मोड़ पर खड़े हैं जहां तीसरी लहर की आशंका लगातार जताई जा रही है। देश के अधिकांश राज्यों में केसेस की संख्या जिस तरह कम हुई थी, उसने कुछ राहत, Psychologically फील होता था, कुछ राहत महसूस हो रही थी। विशेषज्ञ इस downward trend को देखकर उम्मीद भी कर रहे थे कि जल्द ही देश दूसरी लहर से पूरी तरह बाहर आ जाएगा। लेकिन कुछ राज्यों में केसेस की बढ़ती हुई संख्या अभी भी चिंताजनक बनी हुई है।

साथियों,

आज जितने राज्य, छह राज्य आज हमारे साथ हैं।  इस चर्चा में शामिल हुए हैं, पिछले हफ्ते के करीब 80 प्रतिशत नए केसेस आप जिन राज्यों में हैं उन्हीं राज्यों से आए हैं। चौरासी प्रतिशत दुखद मौतें भी इन्हीं राज्यों में हुई हैं। शुरुआत में विशेषज्ञ ये मान रहे थे कि जहां से सेकंड वेव की शुरुआत हुई थी, वहाँ स्थिति अन्य की तुलना में पहले नियंत्रण में होगी। लेकिन महाराष्ट्र और केरल में केसेस का इजाफा लगातार देखने को मिल रहा है। ये वाकई हम सबके लिए, देश के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। आप सब इससे परिचित हैं कि ऐसे ही ट्रेंड हमें सेकंड वेव के पहले जनवरी-फरवरी में भी देखने को मिले थे। इसलिए, ये आशंका स्वाभाविक रूप से बढ़ जाती है कि अगर स्थिति नियंत्रण में नहीं आई तो मुश्किल हो सकती है। बहुत जरूरी है कि जिन राज्यों में केसेस बढ़ रहे हैं, उन्हें proactive measures लेते हुए तीसरी लहर की किसी भी आशंका को रोकना होगा।

साथियों,

एक्सपर्ट्स बताते हैं कि लंबे समय तक लगातार केसेस बढ़ने से कोरोना के वायरस में mutation की आशंका बढ़ जाती है, नए नए variants का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, तीसरी लहर को रोकने के लिए कोरोना के खिलाफ प्रभावी कदम उठाया जाना नित्यांत आवश्यक है। इस दिशा में strategy वही है, जो आप अपने राज्यों में अपना चुके हैं, पूरे देश ने उसको लागु किया हुआ है। और उसका एक अनुभव भी हमे है। जो आपके लिए भी tested and proven method है। Test, Track और Treat और अब टीका इसी Vaccines की हमारी रणनीति फोकस करते हुए ही हमें आगे बढ़ना है।  Micro-containment zones पर हमें विशेष ध्यान देना होगा। जिन जिलों में positivity rate ज्यादा है, जहां से number of cases ज्यादा आ रहे हैं, वहाँ उतना ही ज्यादा फोकस भी होना चाहिए। अभी जब में नॉर्थ ईस्ट के साथियों से बात कर रहा था। तो एक बात उभरकर के आई कि कुछ राज्यों ने लॉकडाउन ही नहीं किया। लेकिन micro contentment zone पर बहुत बल दिया। और उसके कारण वो स्थिति को संभाल पाए। टेस्टिंग में भी ऐसे जिलों पर विशेष ध्यान देते हुये, पूरे प्रदेश में टेस्टिंग को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाया जाना चाहिए। जिन जिलों में, जिन-जिन इलाकों में संक्रमण ज्यादा है, वहाँ वैक्सीन भी हमारे लिए एक Strategic Tool है। वैक्सीन के प्रभावी इस्तेमाल से कोरोना की वजह से उत्पन्न परेशानियों को कम किया जा सकता है। कई राज्य, इस समय हमें जो विंडो मिली है, उसका इस्तेमाल अपनी RT-PCR testing capacity बढ़ाने में भी कर रहे हैं। ये भी एक सराहनीय और जरूरी कदम है। ज्यादा से ज्यादा RT-PCR टेस्टिंग वायरस को रोकने में काफी प्रभावी हो सकते हैं।

साथियों,

देश के सभी राज्यों को नए आईसीयू बेड्स बनाने, टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने और दूसरी सभी जरूरतों के लिए फंड उपलब्ध करवाया जा रहा है। केंद्र सरकार ने हाल ही में, 23 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का एमर्जन्सी कोविड रेस्पोंस पैकेज भी जारी किया है। मैं चाहूँगा कि इस बजट का उपयोग हेल्थ इनफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करने के लिए हो। जो भी ‘इनफ्रास्ट्रक्चरल गैप्स’ राज्यों में हैं उन्हें तेजी से भरा जाए। खासतौर पर ग्रामीण इलाकों-रूरल एरियाज़ पर हमें ज्यादा मेहनत की जरूरत है। इसके साथ ही सभी राज्यों में IT systems, Control rooms और Call centres का नेटवर्क मजबूत करना भी उतना ही जरूरी है। इससे resources के डेटा, उसकी जानकारी पारदर्शी तरीके से नागरिकों को मिल पाती है। इलाज के लिए मरीजों और परिजनों को इधर उधर भागना नहीं पड़ता।

साथियों,

मुझे बताया गया है कि आपके राज्यों में जो 332 PSA प्लांट्स allocate किए गए हैं, उनमें से 53 कमीशन हो चुके हैं। मेरा सभी राज्यों से आग्रह है कि इन PSA ऑक्सीज़न प्लांट्स को जल्द से जल्द पूरा करें। किसी एक सिनियर ऑफिसर को स्पेशली यही काम में लगाइये, और 15-20 दिन का मिशन मोड में इस काम को आप पूरा करवाईये।

साथियों,

एक और चिंता बच्चों को लेकर भी है। बच्चों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए हमें अपनी तरफ से पूरी तैयारी करनी होगी।

साथियों,

हम देख रहे हैं कि पिछले दो हफ्तों में यूरोप के कई देशों में एकदम तेजी से केसेस बढ़ रहे हैं। अगर हम पश्चिम में देखें चाहे यूरोप के देश हों चाहे अमेरिका,  इधर हम पूर्व में देखें तो  बांग्लादेश, म्यांमार, इंडोनेशिया, थाईलैंड बहुत तेजी से केसेस बढ़ रहे हैं। एक प्रकार से कहीं पर चार गुना  कहीं आठ गुना, कहीं दस गुना बढ़ोत्तरी आई है। ये पूरी दुनिया के लिए, और हमारे लिए भी एक चेतावनी है, एक बहुत बड़ा अलर्ट है। हमें लोगों को बार-बार ये याद दिलाना है कि कोरोना हमारे बीच से गया नहीं है। हमारे यहाँ ज़्यादातर जगहों से unlock के बाद की जो तस्वीरें आ रही हैं वो इस चिंता को और ज्यादा बढ़ाती हैं। इसका ज़िक्र मैंने अभी नॉर्थ ईस्ट के सब साथियों से बात कर रहा था, उस दिन भी किया था। मैं आज फिर से जोर देकर के उस बात को दोहराना चाहता हूं।  आज जो राज्य हमारे साथ जुड़े हैं, इनमें तो कई बड़े metropolitan शहर हैं, बहुत सघन आबादी वाले हैं । हमें इसे भी ध्यान में रखना होगा। सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ लगने से रोकने के लिए हमें सजग, सतर्क और सख्त होना पड़ेगा। सरकार के साथ साथ – अन्य राजनैतिक दलों, सामाजिक संगठनों और NGOs को, Civil society को  साथ लेकर हमें लगातार लोगों को जागरूक करते रहना है। मुझे विश्वास है कि आप सबके व्यापक अनुभव इस दिशा में काफी काम आएंगे। आप सबने इस महत्वपूर्ण बैठक के लिए समय निकाला इसके लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद! और जैसा आप सभी आदरणीय मुख्यमंत्री जी ने उल्लेख किया। में हर पल available हूं। हमारा संपर्क बना रहता है। आगे भी मैं हमेशा available रहूंगा। ताकि हम सब मिलकर के इस संकट से मानवजात को बचाने के इस अभियान में अपने-अपने राज्यों को भी हम बचा सकें। मेरी आप सबको बहुत शुभकामनाएं  हैं। बहुत-बहुत धन्यवाद !

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Comment moderation is enabled. Your comment may take some time to appear.

Back to top button

Adblock detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker